महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन हर 12 साल में प्रयागराज में आयोजित होता है और इसे “दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन” कहा जाता है। इस बार, 13 जनवरी 2025 से शुरू होकर 45 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। आइए जानते हैं महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बारे में विस्तार से।
1. 82 देशों के मीडिया समूह करेंगे कवरेज
महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में हैं। इस आयोजन को कवर करने के लिए 82 देशों के मीडिया समूहों ने आवेदन किया है। ADM मेला, विवेक कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि यूरोपीय देशों, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, गल्फ देशों और अफ्रीकी देशों से कई मीडिया हाउस इस आयोजन में भाग लेंगे। महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ इतनी भव्य हैं कि इसे दुनिया भर में देखने और समझने के लिए लोग उत्सुक हैं।
2. पवित्र स्नान की प्रमुख तिथियाँ
महाकुंभ 2025 की तैयारियों में स्नान की प्रमुख तिथियाँ सबसे अहम हैं। इस बार मेला 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन से शुरू होगा। श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर अपनी आध्यात्मिक यात्रा को पूर्ण करेंगे।
पौष पूर्णिमा: 13 जनवरी 2025
मकर संक्रांति (पहला शाही स्नान): 14 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या (दूसरा शाही स्नान): 29 जनवरी 2025
बसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान): 3 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा: 12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि (समापन स्नान): 26 फरवरी 2025
महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ इन पवित्र स्नान तिथियों को ध्यान में रखकर की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सहज अनुभव कर सकें।
3. रेलवे ने शुरू की नई सेवाएँ
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत भारतीय रेलवे ने 13,000 से अधिक ट्रेनों की व्यवस्था की है। इसमें 3,000 विशेष ट्रेनें और 10,000 नियमित ट्रेनें शामिल हैं। रेलवे ने टिकट बुकिंग के लिए QR कोड स्कैन करने की सुविधा भी प्रदान की है।
महाकुंभ 2025 की तैयारियों में IRCTC द्वारा भारत गौरव ट्रेन जैसी नई सेवाएँ शामिल की गई हैं, जो पुणे से प्रयागराज तक चलेंगी।
रेलवे कर्मचारियों के जैकेट पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करके टिकट बुक करें
उपस्थित लोगों के लिए एक सहज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय रेलवे ने एक टोल-फ्री हेल्पलाइन, एक समर्पित वेबसाइट और महाकुंभ मेला ऐप पेश किया है। तीर्थयात्री टिकट बुकिंग के लिए रेलवे कर्मचारियों के जैकेट पर क्यूआर कोड का भी उपयोग कर सकते हैं। कोड को स्कैन करने से उपयोगकर्ता यूटीएस (अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम) ऐप पर रीडायरेक्ट हो जाते हैं, जहां वे 50-100 किमी के भीतर स्टेशनों या लंबी दूरी की यात्रा के लिए 15 दिन पहले तक टिकट बुक कर सकते हैं।
4. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ सुरक्षा के लिहाज से भी उच्च स्तर पर हैं। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर GRP और RPF द्वारा सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। बम निरोधक दस्ते के साथ दैनिक जाँच की जा रही है।
5. 55 नई हवाई सेवाएँ
महाकुंभ 2025 की तैयारियों में प्रयागराज एयरपोर्ट को बड़े स्तर पर विकसित किया गया है। 55 नई हवाई सेवाएँ शुरू की जा रही हैं, जो देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, जयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद से जुड़ेंगी।
6. डोम सिटी: भव्य आवास की सुविधा
महाकुंभ 2025 की तैयारियों में पहली बार “डोम सिटी” बनाई जा रही है, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। इसमें 44 आलीशान डोम और 176 कॉटेज शामिल होंगे। ये डोम फायरप्रूफ और बुलेटप्रूफ होंगे, जो श्रद्धालुओं को आरामदायक और सुरक्षित आवास प्रदान करेंगे।
7. यूपी टूरिज्म का अंतरराष्ट्रीय प्रचार
महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ केवल भारत तक ही सीमित नहीं हैं। यूपी टूरिज्म इसे FITUR (मैड्रिड, स्पेन) और ITB (बर्लिन, जर्मनी) जैसे वैश्विक पर्यटन मेलों में प्रदर्शित करेगा। इसका उद्देश्य महाकुंभ 2025 को वैश्विक पहचान दिलाना है।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 की तैयारियाँ अभूतपूर्व हैं और इसे देखने के लिए दुनिया भर के लोग प्रयागराज आने को तैयार हैं। इस ऐतिहासिक आयोजन की भव्यता और विशेषताएँ इसे अद्वितीय बनाती हैं। यदि आप महाकुंभ 2025 की तैयारियों से जुड़े किसी भी अपडेट को जानना चाहते हैं, तो हमारे साथ जुड़े रहें।